One Mic Stand Review: एक लाजवाब आयडिया है वन माइक स्टैंड


Review: अमेजॉन प्राइम वीडियो का वन माइक स्टैंड का दूसरा सीजन हाल ही में रिलीज़ किया गया है जिसमें इस बार कुछ नए चेहरों यानि सेलिब्रिटीज को स्टैंड अप कॉमेडी करने का मौका दिया गया है और ये चेहरे अपने आप में इतने जाने माने हैं कि इन्हें सफल या असफल होते देखने का आसुरी आनंद कुछ और ही है. स्टैंड अप कॉमेडियन सपन वर्मा ने इस कॉन्सेप्ट को प्रस्तुत किया है जिसमें वे एक सेलिब्रिटी को आमंत्रित करते हैं, उन्हें एक सफल स्टैंड अप कॉमेडियन के द्वारा कोचिंग दी जाती है और अंत में वो सेलिब्रिटी, स्टैंड अप कॉमेडियन बन कर दर्शकों के सामने अपना एक्ट प्रस्तुत करते हैं. सीजन 1 काफी पसंद किया गया था क्योंकि उसमें शशि थरूर को स्टैंड अप कॉमेडियन बना कर उनके राजनैतिक तजुर्बों पर कॉमेडी करते देखना बड़ा ही जोरदार अनुभव था. इस बार के सेलिब्रिटीज भी काफी दमदार हैं.

पहले एपिसोड में सनी लियोनी को भारत की गिनी चुनी महिला स्टैंड अप कॉमेडियंस में से प्रमुख, नीति पल्टा स्टैंड अप के गुर सिखाती हैं और अंत में सनी अपने बनाये जोक्स पर परफॉर्म करती हैं. सनी के सेट की विशेषता ये है कि वो भारतीय पुरुषों की दोहरी मानसिकता पर चोट तो करती हैं लेकिन खुद को सीरियसली नहीं लेती. अपने पॉर्न फिल्म के करियर को लेकर भी वे किसी प्रकार की ग़लतफ़हमी में नज़र नहीं आती बल्कि वे अपने पति के सहारे के लिए उन्हें धन्यवाद भी देती हैं. इसी एपिसोड में सनी ने ये खुलासा भी किया कि उन्होंने विश्वप्रसिद्ध स्टैंडअप कॉमेडियन रसेल पेटर्स को डेट भी किया था जिस वजह से उनकी अच्छी खासी दोस्ती का सत्यानाश हो गया. सनी का सेट अच्छा है. उन्हें उस रूप में देखना नया अनुभव है.

दूसरे एपिसोड में आते हैं करण जौहर और उनकी मेंटर हैं सुमुखि सुरेश। करण के सेंस ऑफ़ ह्यूमर से हम सब वाकिफ हैं. अवॉर्ड्स फंक्शन और उनके खुद के कॉफी विद करण में वे कई बार फ़िल्मी कलाकारों का बेहतरीन मजाक उड़ाते हैं या खुद उनके तीरों का निशाना बनते नजर आते हैं. इस बार सुमुखि सुरेश के साथ वे स्टैंड अप कॉमेडी सीखने का नाटक करते नजर आये हैं. पूरा एपिसोड करण ने निगल लिया है. हालांकि उनका स्टैंड अप बहुत प्रभावी तो नहीं है लेकिन वो बहुत बोलना चाहते हैं ये साफ़ नज़र आता है. करण अगर इस विधा को और सीखें तो शायद देश के सबसे बड़े स्टैंड अप सेलिब्रिटी बन सकते हैं.

तीसरे एपिसोड में प्रौढ़ कॉमेडियन अतुल खत्री मिलते हैं जर्नलिस्ट और टीवी एंकर फे डिसूजा से. पहले फे डिसूज़ा, एक प्रसिद्ध टीवी चैनल का प्राइम टाइम न्यूज़ बुलेटिन पढ़ा करती थी. उन्हें ऐसा लगने लगा था कि उनका काम सरकार की प्रशंसा करना है इसलिए उन्हें अपने पत्रकार होने की याद आयी और उन्होंने नौकरी छोड़ दी. फे अब इंटरनेट के जरिये अपनी पत्रकारिता लोगों तक पहुंचा रही हैं. उनके सेट में पत्रकारिता, राजनीति और इंटरनेट ट्रॉल्स के किस्से हैं. डिप्रेशन से भागते हुए इंस्टाग्राम का इन्फ्लुएंसर बनने की असफल कोशिश करती फे ने अपनी ज़िन्दगी के कुछ नए किस्म के दर्द बताये हैं जिनको सुनकर हंसी भी आती हैं लेकिन अंदर तक कचोट भी उठती हैं.

चौथे एपिसोड में अबीश मैथ्यू, लेखक और ज्ञानी चेतन भगत को स्टैंड अप सिखाने का असफल प्रयास करते नज़र आते हैं. चेतन की समस्या उनकी राजनैतिक समझ और तकरीबन हर विषय पर कुछ बोलने की उनकी मजबूरी है. कभी सरकार के भोंपू माने जाते थे और इसलिए ट्विटर पर गालियां खाते थे और अब सरकार की कुछ कुछ बातें पसंद नहीं आती तो ट्विटर पर वाचाल होना भी उन्हें भारी पड़ता है. चेतन पंजाबी हैं और उन्होंने उनकी पत्नी तमिल है. इस बात से उन्होंने अर्जुन कपूर के करियर को किस तरह से फायदा पहुंचाया और कैसे उनके ससुराल वाले उन्हें राइटर के तौर पर स्वीकार नहीं कर पाए इस बात पर उन्होंने लाजवाब मज़ाक उड़ाया है. खुद पर मज़ाक उड़ाने की चेतन की क्षमता देखना हो तो ये एपिसोड ज़रूर देखिये.

अंतिम एपिसोड सबसे कमज़ोर है. रैप स्टार रफ़्तार ने समय रैना से कॉमेडी सीखने का असफल प्रयास किया है. इनका सेट भी बोरिंग है. एक और रैप आर्टिस्ट एमीवे बंताई से उनके पुराने झगडे को आधार बना कर इस सेट को लिखा गया है. रफ़्तार इस सीरीज में फिट नहीं बैठते. उनके सेट पर सबसे कम काम किया गया है. या फिर रफ़्तार का ओवर कॉन्फिडेंस भारी पड़ गया हो. रफ़्तार में स्टैंड अप करने का जज़्बा है, लेकिन शायद अदा नहीं हैं. उनके रैप के फैंस को ये एपिसोड नहीं देखना चाहिए. मन खट्टा हो सकता है.

वन माइक स्टैंड एक लाजवाब कोशिश है. इस फॉर्मेट को देखना चाहिए. समझ आता है कि स्टैंड अप एक कठिन विधा है. हर कोई स्टैंड अप नहीं कर सकता यहां तक कि आम तौर पर वाचाल नजर आने वाले सेलिब्रिटीज भी. इसके अलावा इस फॉर्मेट में इन सेलिब्रिटीज की निजी जिन्दगी के कुछ अनजान पहलू, कुछ कमजोरियां और कुछ विचित्र आदतें भी पता चलती हैं. किसी इंटरव्यू जैसे बोरिंग फॉर्मेट से ये वाला फॉर्मेट कहीं बेहतर हैं.

डिटेल्ड रेटिंग

कहानी :
स्क्रिनप्ल :
डायरेक्शन :
संगीत :

Tags: Amazon Prime Video, Karan johar



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