FILM REVIEW: ‘होम स्वीट होम अलोन’ को अकेला ही छोड़ देना चाहिए


Home sweet Home Alone: हॉलीवुड की फिल्मों में दो बातें देखने को मिलती हैं या तो उनमें स्पेशल इफेक्ट्स, कंप्यूटर ग्राफिक्स यानी टेक्नोलॉजी का भरपूर प्रदर्शन होता है या फिर वो किसी सफल फिल्म का दूसरा, तीसरा, चौथा भाग बनाते रहते हैं, जब तक कि उस गन्ने में से और रस निकालना संभव न हो. डिज्नी हॉटस्टार पर रिलीज की गई “होम स्वीट होम अलोन (Home sweet Home Alone)” ऐसी ही एक फिल्म है. ट्वेन्टी फर्स्ट सेंचुरी फॉक्स नाम की फिल्म प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने 1990 में मकौले कल्किन नाम के बाल अभिनेता के साथ क्रिसमस पर “होम अलोन” नाम की फिल्म बनाई थी.

एक संयुक्त परिवार के सभी सदस्य क्रिसमस मनाने पेरिस जा रहे होते हैं. घर का लाडला केविन सोता रह जाता है और पीछे छूट जाता है. खाली घर देखकर जेल से निकले 3 लुटेरे घर में डकैती की योजना बनाते हैं. केविन अकेला कैसे इन तीनों को मजा चखाता है और क्रिसमस में पूरे परिवार के एक साथ होने के महत्त्व को समझता है, ऐसी फिल्म की कहानी थी. फिल्म सफल रही. फैमिली फिल्म होने की वजह से इसे बहुत सराहा भी गया. इसके बाद 1992, 1997, 2002 और 2012 इसके सीक्वल बनाए गए. अब करीब 9 साल के अंतराल के बाद इसका एक और सीक्वल आया है. क्या इसे देखना जरूरी है?

कहानी जॉन ह्यूजेस ने लिखी है
कहानी जॉन ह्यूजेस ने लिखी है, जिन्होंने अब तक के सभी भागों की मूल कहानी लिखी है. इस बार उनके साथ हैं मायकी डे और स्ट्रीटर सिडल। इस बार कहानी में थोड़ा फेर बदल है. इस बार चोरी तो है, लेकिन इस बार कन्फ्यूजन की वजह से पति-पत्नी चोरी करने के लिए मजबूर हो जाते हैं. हर साल क्रिसमस पर अमेरिका में कुछ फैमिली फिल्में रिलीज होती हैं. इनका उद्देश्य होता है क्रिसमस की मूल भावना यानी त्यौहार, परिवार के साथ मनाया जाने वाला उत्सव और सांता क्लॉज से मिलने वाले उपहार पाने वाली खुशी एक दूजे के साथ बांटना. ये सब इस कहानी में भी है. फिल्म की घोषणा 2019 में की गई थी. तब ऐसा प्रचार किया गया था कि होम अलोन सीरीज की ओरिजिनल स्टार मकौले कल्किन भी इस फिल्म में अतिथि भूमिका में नजर आएंगे, लेकिन जल्द ही मकौले ने इन अफवाहों को विराम दे दिया था.

आर्ची येट्स ने काफी अच्छा काम किया है
घर में छूट जाने वाले बच्चे मैक्स मर्सर की भूमिका में आर्ची येट्स ने काफी अच्छा काम किया है, मगर वो शक्ल से इतने मासूम नजर आते हैं कि उनकी शरारतों पर, चोरों को मजा चखाने के लिए किए जुगाड़ों पर भरोसा नहीं हो पाता. इसी भूमिका में मकौले ने अपनी शरारर्तों से मनोरंजन की ऐसी प्रस्तुति दी थी कि देखने वाले सीट पर से उछल पड़ते थे. होम स्वीट होम अलोन में ओरिजिनल वाला मजा नहीं है. कहानी में जेफ मैकेंज़ी (रॉबर्ट डेलाने) और उसकी पत्नी पैम (एली केम्पर) अपना घर बेचना चाहते हैं, क्योंकि रॉबर्ट के पास पिछले कई महीनों से कोई नौकरी नहीं है.

एक प्रॉपर्टी एजेंट की मदद से उनका घर देखने कई लोग आते हैं. मैक्स और उसकी मां कैरोल (आयलिंग बी) भी मजबूरी में उनका घर खरीदने का नाटक करते हैं. जेफ के पास एक गुड़िया होती है जिसको ऑनलाइन बेचने पर हज़ारों डॉलर कमाए जा सकते हैं. जब मैक्स और कैरोल घर देख कर चले जाते हैं तो वो गुड़िया भी गायब हो जाती है. जेफ को लगता है कि गुड़िया मैक्स ने चुराई है. आगे की कहानी जेफ और पैम द्वारा मैक्स के घर में घुस कर गुड़िया चुराने की उनकी कोशिशों की है. मैक्स का परिवार टोक्यो पहुंच जाता है और मैक्स अकेला घर पर छूट जाता है. कैसे वो जेफ और पैम के चोरी के इरादों को फेल कर देता है, वो मजेदार है.

किसी भी अभिनेता का अभिनय “शानदार” कैटेगरी में नहीं रखा जा सकता. काम अच्छा है लेकिन काबिल-ए-तारीफ नहीं है. इसके पीछे संभवतः कलाकारों का चयन भी है. आर्ची येट्स ने इसके पहले जोजो रैबिट जैसी महत्वपूर्ण फिल्म में एक महती भूमिका निभाई है और क्रिटिक्स चॉइस मूवी अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ युवा अभिनेता के तौर पर नामांकित भी हुए हैं. उनकी शक्ल मासूम है, चतुराई से भरी नहीं और इस वजह से वे एक शातिर बच्चे जैसे नजर नहीं आए जैसी की दर्शकों को अपेक्षा थी. वहीं रॉबर्ट और एली ने भाव भंगिमा से और डायलॉग डिलीवरी से कॉमेडी लाने की भरसक कोशिश की है और असफल ही साबित हुए हैं. होम अलोन के पहले और दूसरे भाग में बज़ मैकएलिस्टर की भूमिका निभाने वाले डेविन रात्रे को छोटीसी भूमिका मिली है मगर उनकी शकल देख कर बरबस ही हंसी आ जाती है.

फिल्म में चूक कहां हुई?
फिल्म में चूक कहां हुई? लिखने में? एक ही आयडिया की बार बार घिसाई करने में. व्यंगात्मक फिल्में लिखने और प्रोड्यूस करते करते लेखक निर्देशक डैन माज़ेर को इस फिल्म में कहानी में नएपन और प्रेजेंटेशन में ताजगी का थोड़ा ध्यान रखना था. कहानी पुरानी थी, पटकथा का अंदाज भी पुराना था और कलाकारों में कोई खास बात जैसे तकिया कलाम भी नहीं था. सीक्वल में ये बड़ी समस्या रहती है कि हर बार पिछले भाग से उसकी तुलना होती है और उम्मीद की जाती है कि नया भाग हर मायने में बेहतर हो. होम स्वीट होम होम अलोन किसी भी मामले में बेहतर नहीं है. हलकी फुलकी फिल्म है. परिवार के साथ बैठ कर देख सकते हैं लेकिन मज़ा आएगा इसकी गारंटी नहीं दी जा सकती. न देखेंगे तो भी होम स्वीट होम ही रहेगा.

डिटेल्ड रेटिंग

कहानी :
स्क्रिनप्ल :
डायरेक्शन :
संगीत :

Tags: Film review, Home sweet Home Alone



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